राजस्थान के स्कूलों के लिए जरूरी सूचना: UDISE+ Data 2025-26 भरना अनिवार्य, जानिए पूरी प्रक्रिया
UDISE+ Data 2025-26::राजस्थान राज्य के लिए शैक्षणिक सत्र 2025-26 हेतु UDISE+ डाटा प्रविष्टि (Data Entry) सभी राजकीय, गैर-राजकीय विद्यालयों एवं मदरसों के को भरना अनिवार्य घोषित किया गया है।
यदि आपका विद्यालय इस श्रेणी में आता है, तो यह सूचना आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। निर्धारित समयसीमा में डाटा अद्यतन करना सुनिश्चित करें।
UDISE+ क्या है?
UDISE+ (Unified District Information System for Education Plus) भारत सरकार द्वारा संचालित एक ऑनलाइन डाटा संकलन प्रणाली है। इसका मुख्य उद्देश्य देशभर के सभी विद्यालयों से संबंधित शिक्षकों, छात्रों, भौतिक संसाधनों, बुनियादी सुविधाओं एवं अन्य शैक्षणिक सूचनाओं को एकत्रित करना है, ताकि उन आंकड़ों के आधार पर सशक्त शैक्षणिक योजनाएँ तैयार की जा सकें और नीति-निर्माण में पारदर्शिता एवं प्रभावशीलता लाई जा सके।
वर्ष 2024-25 से इसमें One Nation One Student योजना के तहत APAAR ID जनरेट करने की सुविधा भी जोड़ी गई है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम के अनुरूप, प्रत्येक विद्यार्थी के नामांकन, उपस्थिति और शैक्षणिक प्रगति को ट्रैक करने तथा उसके शैक्षणिक इतिहास का विस्तृत व स्थायी अभिलेख सुरक्षित रखने के उद्देश्य से, भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा पूरे देश में विद्यार्थियों को एक अद्वितीय 12-अंकीय “अपार आईडी” (Automated Permanent Academic Record ID) प्रदान की जाती है।

UDISE+ Data 2025-26
किन स्कूलों को डाटा भरना अनिवार्य है?
- सभी बोर्ड से सम्बद्ध स्कूल: RBSE, CBSE, ICSE, IB आदि
- सभी राजकीय विद्यालय: स्कूल शिक्षा विभाग, सामाजिक न्याय विभाग, संस्कृत शिक्षा, जनजातीय विकास, अल्पसंख्यक विभाग आदि
- सभी निजी गैर-राजकीय स्कूल और मदरसे
- सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय
डाटा भरना क्यों जरूरी है?
- RTE के तहत योजनाओं का लाभ लेने के लिए
- छात्रवृत्ति एवं सुविधाओं की पात्रता के लिए
- APAAR ID जनरेट करने हेतु
- योजनागत सहायता से वंचित होने से बचाव हेतु
विद्यालयों को PM SHRI, समग्र शिक्षा (Samagra Shiksha) एवं अन्य शैक्षणिक योजनाओं के तहत मिलने वाली सहायता से वंचित न रहना पड़े, इसके लिए UDISE+ डाटा अद्यतन एवं छात्रों की APAAR ID निर्माण अनिवार्य है।
अगर डाटा नहीं भरा तो क्या होगा?
- राजकीय स्कूलों को योजनागत लाभ नहीं मिलेगा
- UDISE+ डाटा अपलोड न करने पर निजी विद्यालय की मान्यता रद्द की जा सकती है।”
- RTE के अंतर्गत 25% फीस रिइंबर्समेंट बंद हो सकता है
- यदि किसी छात्र की APAAR ID नहीं बनती है,
तो वह छात्र अपना स्थायी शैक्षणिक रिकॉर्ड प्राप्त करने से वंचित रह जाएगा, जिससे भविष्य में कक्षा स्थानांतरण, छात्रवृत्ति प्राप्त करने, या उच्च शिक्षा में प्रवेश जैसी प्रक्रियाओं में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। - संस्था प्रधानों पर विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है
- अंतिम तिथि: 31 अक्टूबर 2025 या आगामी जारी निर्देशों के अनुसार तय तिथि के अनुसार भर सकेंगे।
वेबसाइट: https://udiseplus.gov.in
तीन मॉड्यूल भरने होंगे:
- विद्यालय मॉड्यूल
- शिक्षक मॉड्यूल
- विद्यार्थी मॉड्यूल
APAAR ID जनरेशन कैसे करें?
- माता-पिता/संरक्षक की स्वैच्छिक सहमति आवश्यक
- पोर्टल पर उपलब्ध मॉड्यूल के माध्यम से जनरेट करें
- विस्तृत जानकारी के लिए https://apaar.education.gov.in पर जाएं
रजिस्ट्रेशन नहीं है या अकाउंट एक्टिव नहीं है?
- नवीन यूडाइस कोड के लिए A-02 फॉर्म भरें और CBEO कार्यालय में जमा करें
- एक्टिवेशन के लिए A-01 फॉर्म भरें
समस्या का समाधान कहाँ मिले?
- ब्लॉक स्तर: CBEO कार्यालय / ब्लॉक MIS प्रभारी
- जिला स्तर: ADPC समग्र शिक्षा / जिला MIS प्रभारी
- राज्य स्तर: राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद, जयपुर
- वेबसाइट हेल्पलाइन: Contact Us – UDISE+
सूचना
राजस्थान के सभी स्कूलों को 31 अक्टूबर 2025 तक UDISE+ पोर्टल पर डाटा अपलोड करना अनिवार्य कर दिया गया है। यह न केवल सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए जरूरी है, बल्कि छात्र-छात्राओं के शैक्षणिक रिकॉर्ड को सशक्त बनाने के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।
अगर आप विद्यालय संचालक या संस्था प्रधान हैं, तो तुरंत अपने UDISE लॉगिन की मदद से पोर्टल पर डाटा भरना शुरू करें और भविष्य की किसी भी असुविधा से बचें।
यह भी पढें :-1 अगस्त से बदल जाएगा आपका UPI अनुभव: GPay, Paytm, PhonePe यूजर्स के लिए जरूरी खबर